EVERYTHING ABOUT SHIV CHALISA LYRICS IN ENGLISH

Everything about shiv chalisa lyrics in english

Everything about shiv chalisa lyrics in english

Blog Article

भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा । तन नहीं ताके रहे कलेशा ॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

shrishivchalisa.com participates from the Amazon Associates Associates Program, an affiliate promoting system made to give a means for web pages to earn commissions by linking to Amazon.

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं more info किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

अर्थ- हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

Report this page